टीम एबीएन, रांची। रांची के निर्दिष्ट शांत क्षेत्र पुराने उच्च न्यायालय में दिवाली पर शोर का स्तर 78 डेसिबल के स्तर को छू गया, जो लगभग 56 प्रतिशत की वृद्धि है। एक अधिकारी ने बीते मंगलवार को यह जानकारी दी।
झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार डोरंडा इलाके में पुराने उच्च न्यायालय क्षेत्र में सोमवार को सुबह छह बजे से रात 10 बजे के बीच औसत ध्वनि स्तर 78 डेसिबल दर्ज किया गया।
जेएसपीसीबी ने बताया कि सोमवार रात 10 बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक यह 72 डेसिबल पर बना रहा। अधिकारी ने बताया कि शांत क्षेत्रों के लिए स्वीकार्य सीमा दिन के समय (सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक) 50 डेसिबल और रात के समय (रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक) 40 डेसिबल है।
जेएसपीसीबी चार स्थानों पर ध्वनि के स्तर को मापता है - पुराना उच्च न्यायालय (शांति क्षेत्र), अल्बर्ट एक्का चौक (वाणिज्यिक क्षेत्र), अशोक नगर (आवासीय क्षेत्र) और तुपुदाना (औद्योगिक क्षेत्र)। दिवाली के दिन अल्बर्ट एक्का चौक पर ध्वनि का स्तर औसत स्वीकार्य सीमा से 16.92 प्रतिशत बढ़ गया।
आंकड़ों के अनुसार इस इलाके में दिन में 76 डेसिबल और रात में 69 डेसिबल ध्वनि दर्ज की गई। इसके विपरीत, तुपुदाना में दिन के दौरान ध्वनि का स्तर 65 डेसिबल और रात में 51 डेसिबल दर्ज किया गया, जो क्रमशः 75 डेसिबल और 70 डेसिबल की औसत स्वीकार्य सीमा से कम है।
जेएसपीसीबी ने इस दिवाली पटाखे फोड़ने के लिए रात आठ बजे से 10 बजे तक दो घंटे का समय दिया था, जबकि झारखंड में 125 डेसिबल से अधिक शोर करने वाले पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
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