टीम एबीएन, रांची। झारखंड के बाजार समितियों को सुदृढ़ करने और किसानों के उत्पाद को बाजार तक लाने की दिशा में कृषि विभाग पहल करेगा . राज्य भर के बाजार समितियों के संचालन के लिए एक SOP तैयार की जाएगी। राज्य के किसानों के उत्पाद का सही दाम दिलाना और बिचौलियों से मुक्ति विभाग की प्राथमिकता है। ये बात राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने राज्य के 28 बाजार समितियों के साथ हुई मैराथन बैठक में कही है।
नेपाल हाउस में संपन्न हुई बैठक में बाजार समिति के सचिव, चैंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े व्यापारी एवं पदाधिकारी, प्रगतिशील किसान, FPO के साथ विभागीय अधिकारी मौजूद रहें। इस बैठक में राज्य के सभी 28 बाजार समितियों के आय - व्यय से लेकर उनकी परेशानियों पर चर्चा हुई।
बाजार समिति कैसे सुदृढ़ हो , किसानों के उत्पाद कैसे बाजार तक पहुंच पाए। बाजार में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता से लेकर सुरक्षा के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की के समक्ष चैंबर के पदाधिकारियों और व्यापारियों ने जहां महत्वपूर्ण सुझाव रखें, वही किसानों ने भी अपनी परेशानी से अवगत कराया। इस मौके पर कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि राज्य के किसानों का भला सर्वोपरि है।
किसानों के उत्पाद सही समय पर, सही दाम और सही बाजार में कैसे मिले। इस दिशा में विभाग काम कर रही है। किसानों के पास उनके उत्पाद को बेचने के जितने ज्यादा विकल्प होंगे, उन्हें उतना ही लाभ मिलेगा। बाजार समिति में मूलभूत सुविधाओं को लेकर जरूर सवाल उठते है। बाजार समिति परिसर में किसानों और व्यापारियों के लिए अधिक से अधिक सुविधा जरूर होनी चाहिए।
चाहे बात बाजार समिति की सुरक्षा की हो, उचित संसाधन उपलब्ध कराने की हो, कोल्ड स्टोरेज के साथ - साथ गोदाम निर्माण की हो या ई नाम पोर्टल के जरिए किसानों के उत्पाद को बेचने की हो। उन्होंने कहा कि ई नाम पोर्टल को लेकर किसानों को ट्रेनिंग देने की जरूरत है ताकि वो इसका अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। वैजफेड के सहयोग से भी किसानों के उत्पाद की बिक्री हो सकती है।
मंत्री ने कहा कि सरकार सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के लिए काम नहीं करती। कभी कभी लोकहित में कड़े निर्णय लेने पड़ते है और इसे सबको समझना होगा। इस मौके पर मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने कहा कि किसानों के हित में जो भी करना पड़े वो किया जाएगा। कई बार सरकार के निर्णय को बगैर जाने समझे लोग अपना विरोध करने लगते है, ये यही नहीं है।
सचिव अबू बक्कर सिद्दीखी ने बाजार समिति के सचिवों को अपने कार्य में सुधार लाते हुए , लगातार मिल रही शिकायतों से बचने की नाशिहात दी। उन्होंने कहा कि बाजार समिति के आय और व्यय में बहुत का अंतर नहीं है। अगर सही कार्य योजना और ईमानदारी के साथ काम किया जाए, तो बाजार समितियों का स्वरूप और सोच जरूर बदलेगा।
बैठक में कृषि निदेशक भोर सिंह यादव, मार्केटिंग बोर्ड के एम डी जीशान कमर, झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष आदित्य मोहाली, रोहित पोद्दार, संजय मोइली, जितेंद्र अग्रवाल, मनोज कुमार घोष, पुरुषोत्तम नाथ तिवारी, अमित साहू, परमेश्वर महतो, उमेश तिर्की, विनोद कुमार विशेष रूप से मौजूद थे।
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