टीम एबीएन, रांची। आज सोमवार गायत्री युगतीर्थ शक्तिपीठ सेक्टर टू परिसर स्थित युग निर्माण कन्या विद्यालय के प्रधानाचार्य, आचार्यों की टीम और बच्चों ने बड़े धूमधाम व उत्साहपूर्वक गीत, नृत्य, संगीत धुन और संवाद के साथ मनाया। प्रधानाचार्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर भावपूर्ण सस्वर पाठ से गुरुवंदना, पूजन-अर्चना और उद्बोधन किया। बताया कि विद्यालय के प्रथम स्थापना दिवस पर 5 बच्चों का प्रवेश व उस वर्ष की दशा दिशा पर अपने विवरण प्रस्तुत किये।
क्रमश: आज पौने दो सौ बच्चों के प्रवेश, शिक्षा, विद्या, कला कौशल और उनके उदय-भाग्योदय का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किये। बच्चों के पारिवारिक दिनचर्या पर बताया कि वे जागरण बेला में धरती माता का प्रात: नमन-वंदन करते हैं, दैवी सत्ता का स्मरण एवं माता-पिता का चरण स्पर्श प्रणाम करना सिखाया गया है और छात्र करते है भी, ऐसा बच्चों ने हाथ उठाकर जवाब दिये।
आगे उन्होंने युग निर्माण कन्या विद्यालय के भावार्थ व अभिप्राय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरुवर श्रीराम शर्मा आचार्य जी का जो ध्येय रहा है, उसी के अनुरूप यहां सामान्य शिक्षा कला के साथ साथ संस्कार विद्या का समावेश है। गायत्री परिवार जिला समन्वयक ने अपनी दुगुनी खुशी अभिव्यक्त कर कहा कि इस विशेष अवसर की उपस्थिति पर और इस युग निर्माण नामक विद्यालय की प्रगतिशील संस्कार युक्त शिक्षा ही नहीं अपितु जीवन विद्या युक्त वातावरण पर बहुत संतोष व खुशी है।
गुरुवर श्रीपूज्यवर वेदमूर्ति-तपोनिष्ठ पं श्रीरामशर्मा आचार्यजी के विशेष विषयगत लेखन पर जिला समन्वयक ने बताया कि गायत्री परिवार का गुरुमंत्र है :- युग निर्माण योजना और वह कैसे होगा तो व्यक्ति के नवनिर्माण से, वह कैसे होगा तो संस्कारवान परिवार व पीढ़ी के नवसृजन से। कहा कि भारतवर्ष संस्कार परम्परा का आधार स्तम्भ रहा है।
यहां सुगढ़ परिवार व्यवस्था एवं गुरुकुल परम्परा के माध्यम से बाल विद्यार्थियों में श्रेष्ठ संस्कार देने की परम्परा रही है। आज भारतीय संस्कृति देव संस्कृति की स्थिति चिन्ताजनक है। भारतीय संस्कृति और दर्शन में संस्कारों का विशेष महत्व है। यह भारत विकास परिषद रांची मध्य शाखा और गायत्री परिवार एवं विद्यालय के अध्यापन टीम के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित हुआ।
प्रथम कक्षा से पांचवी कक्षा के बच्चों ने सांस्कृतिक महोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया, जिसमें झारखंडी, आदिवासी नृत्य संगीत, लालबहादुर शास्त्री की भूमिका, गुलाबी रंग साड़ी में नृत्य, घर मोर परदेशिया नृत्य, फैंसी डांस, भोजपुरिया नाच,कविता पाठ में बहुत सुन्दर सराहनीय संदेश दिये। अंत में शांति पाठ, बधाई संदेश व उज्ज्वल भविष्य की मंगलमय स्वस्तिवाचन पाठ और विकास परिषद टीम की ओर से प्रसाद व मिष्ठान वितरण हुआ। उक्त जानकारी गायत्री परिवार रांची के वरिष्ठ साधक सह प्रचार-प्रसार प्रमुख जय नारायण प्रसाद ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी।
Subscribe to our website and get the latest updates straight to your inbox.
टीम एबीएन न्यूज़ २४ अपने सभी प्रेरणाश्रोतों का अभिनन्दन करता है। आपके सहयोग और स्नेह के लिए धन्यवाद।
© www.abnnews24.com. All Rights Reserved. Designed by Inhouse