एबीएन सेंट्रल डेस्क (नयी दिल्ली)। प्राथमिक बाजार में अभी उत्साह बना हुआ है और अगले महीने कम-से-कम 10 कंपनियों आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही हैं। मर्चेंट बैंकर का कहना है कि अगले महीने यानी दिसंबर में सुपरमार्ट विशाल मेगा मार्ट और ब्लैकस्टोन के स्वामित्व वाली डायमंड ग्रेडिंग कंपनी इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टिट्यूट (इंडिया) लिमिटेड सहित 10 कंपनियां सार्वजनिक निर्गम लाने की तैयारी में हैं।
उन्होंने कहा कि इनमें शिक्षा-केंद्रित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज, टीपीजी कैपिटल समर्थित साई लाइफ साइंसेज, अस्पताल श्रृंखला परिचालक पारस हेल्थकेयर और निवेश बैंक डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स भी शामिल हैं। इन कंपनियों का लक्ष्य अपने सार्वजनिक निर्गम के जरिये कुल 20,000 करोड़ रुपये जुटाने का है। ये आईपीओ विभिन्न क्षेत्रों और आकार के होंगे। इनमें नए शेयरों का निर्गम और बिक्री पेशकश (ओएफएस) दोनों शामिल हैं।
आनलाइन ब्रोकरेज हाउस ट्रेडजिनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) त्रिवेश डी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों ने बाजार में सकारात्मक धारणा पैदा की है। इससे आईपीओ गतिविधियों में तेजी आयेगी। उन्होंने कहा कि 2024 आईपीओ के लिए एक मजबूत साल रहा है। हालांकि, हाल शेयर बाजार ने कुछ संघर्ष किया है। उन्होंने कहा, फिलहाल चुनाव से संबंधित कोष बाजार में वापस आ रहा है और ग्रे मार्केट फिर से सक्रिय हो रहा है। कंपनियां मौजूदा शेयरधारकों को बाहर निकलने का रास्ता प्रदान करने, विस्तार योजनाओं के लिए धन जुटाने, कर्ज चुकाने और कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए प्राथमिक बाजार का दोहन कर रही हैं।
अद्यतन आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, विशाल मेगा मार्ट सार्वजनिक निर्गम से 8,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह पूरी तरह प्रवर्तक समायत सर्विसेज एलएलपी की ओर से बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में होगा। जेमोलॉजिकल इंस्टिट्यूट आईपीओ के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद कर रही है। आईपीओ दस्तावेजों से पता चलता है कि इस शुरूआती शेयर बिक्री में 1,250 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का नया निर्गम और ब्लैकस्टोन की अनुषंगी कंपनी बीसीपी एशिया दो टॉपको पीटीई लिमिटेड द्वारा 2,750 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश शामिल है। अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज का लक्ष्य आईपीओ से 3,500 करोड़ रुपये जुटाने का का है। इसमें 1,000 करोड़ रुपये तक नये शेयर जारी कर जुटाये जायेंगे। साथ ही इसमें 2,500 करोड़ रुपये तक का ओएफएस शामिल है।
इसके अलावा, डायग्नॉस्टिक श्रृंखला सुरक्षा डायग्नॉस्टिक, पैकेजिंग उपकरण निर्माता ममता मशीनरी और ट्रांसरेल लाइटिंग अगले महीने अपने-अपने सार्वजनिक लायेंगे। इस साल हुंडई मोटर इंडिया, स्विगी, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी, बजाज हाउसिंग फाइनेंस, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और फर्स्टक्राई की मूल कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस सहित 75 कंपनियां पहले ही मुख्य मंच के आईपीओ के जरिये सामूहिक रूप से लगभग 1.3 लाख करोड़ रुपये जुटा चुकी हैं।
यह पूरे 2023 में इस मार्ग के जरिये 57 कंपनियों द्वारा जुटायी गयी 49,436 करोड़ रुपये की राशि से कहीं अधिक है। आगे की ओर रुख किया जाये, तो आने वाले महीनों में 30 से अधिक आईपीओ आने की उम्मीद है। पिछले पांच वित्त वर्षों में आईपीओ निवेशकों ने महत्वपूर्ण लाभ कमाया है। त्रिवेश ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 और 2024-25 के बीच 236 आईपीओ लाये गये थे। इनमें सूचीबद्धता के दिन औसतन 27 प्रतिशत का लाभ हुआ है।
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