चांडिल। चांडिल डैम के पिलर संख्या एक और दो में आई दरार की जांच करने शुक्रवार को दिल्ली से सीआरएमएस की टीम पहुंची और चांडिल डैम कि पीलर में आई दरारों की जांच किया। दिल्ली से आई सीआरएमएस की टीम के द्वारा पीलर में आई दरार की जांच करने को लेकर क्रेक मापने वाला यंत्र भी लगाया गया। किस यंत्र के द्वारा कितने दिन में पीलर की दरार कितनी बढ़ रही है, इसकी जांच किया जाएगा। बता दें कि चांडिल डैम देश के बड़े डैमों में से एक है। अगर यह डैम टूटा तो उत्तराखंड जैसे हालात स्वर्णरेखा नदी के तटवर्ती इलाकों में उत्पन्न हो जायेगा। इसलिए प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है। वर्ष 2018 में चांडिल डैम के पिलर में दरार आई थी चांडिल डैम में आई दरारों की जांच के लिए दिल्ली से 5 सदस्य वाले वैज्ञानिकों की टीम ने क्रेक मापक यंत्र लगाया है जिसमें क्रेक की नियमित जांच किया जाएगा और क्रिक से होने वाली नुकसान का भी पता लगाया जाएगा। वैज्ञानिकों की टीम ने पिलर में आई दरार को बारीकी से जांचा और यंत्र लगाया जिससे अब नियमित रूप से होगी दरार की मनिटरिंग चांडिल डैम स्वर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना राष्टय परियोजना में शामिल है। चांडिल डैम लगभग 1995 में बनकर तैयार हो गया था। जिसके कई वर्ष बाद चांडिल डैम के रेडियल गेट को लगाए गए।
जमशेदपुर। सांसद विद्युत वरण महतो ने आज रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा से मुलाकात की एवं गत दिनों रेलवे मंत्री श्री पीयूष गोयल से हुई वार्ता में रेलवे संबंधी मांगो से अवगत कराया । सांसद श्री महतो ने चेयरमैन को बताया कि वे टाटा से बक्सर के लिए सीधी रेल सेवा की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं। यह जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के जनता की मांग है । आज तक इस संबंध में कोई कार्रवाई रेल प्रबंधन के द्वारा नहीं किया गया है। गत दिनों रेल मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वह इसका सकारात्मक समाधान यथाशीघ्र निकालेंगे। बातों को सुनने के बाद चेयरमैन ने दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक एवं पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक से वार्ता की एवं वस्तुस्थिति का जानकारी लिया साथ ही उन्होंने दोनों महाप्रबंधक से इस संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। चेयरमैन ने इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के सदस्य डायरेक्टर कोच से भी से भी अद्यतन जानकारी ली। इसके पश्चात सांसद को आश्वस्त किया की इस संबंध में जल्दी ही पहल किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सांसद ने पुन:अपनी सभी पुराने मांगों को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को एक-एक कर बताया एवं समाधान निकालने का आग्रह किया । उन मांगों में मुख्य रूप से टाटा से जयनगर तक भाया दरभंगा रेल सेवा, टाटानगर से भागलपुर रेल सेवा की पुन: शुरुआत, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का जयपुर तक विस्तार, टाटा से बेंगलुरु तक एक नई सुपरफास्ट ट्रेन सेवा की शुरुआत, टाटा से भुवनेश्वर तक इंटरसिटी एक्सप्रेस की शुरुआत, टाटा से गोवा तक सीधी ट्रेन सेवा की शुरुआत करने की मांग की गई है। कोविड के कारण बंद हो गए निम्नांकित लोकल ट्रेनों को पुन: प्रारंभ करने की मांग की गई है। जिसमें मिदनापुर पुरुलिया मेमू, झाड़ग्राम से धनबाद मेमू, टाटा से चाकुलिया मेमू एवं बड़का खाना से टाटा मेमू ट्रेन की मांग की गई है। इसके साथ ही धालभूमगढ़ एवं कोकपाड़ा के बीच में बड़कोला में रेलवे हल्ट की मांग एवं टाटानगर बदाम पहाड़ रेलखंड पर हल्दीपोखर स्टेशन को पुर्ण स्टेशन का दर्जा दिए जाने की मांग की गई है। नए रेलवे लाइनों में चांडिल- पटमदा-कटिंग-बांदवान होते हुए झाड़ग्राम के लिए नई रेलवे लाइन, चाकुलिया प्रखंड के बुढ़ामारा से बहरागोड़ा होते हुए बांग्रीपोसी उड़ीसा तक नई रेलवे लाइन का निर्माण, कान्ड्रा नामकुम रेलवे लाइन का निर्माण कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ करने तथा टाटानगर- बदामपहाड़ रेलखंड पर रेलवे संबंधित सेवाओं की बढ़ोतरी की मांग की गई है। चेयरमैन श्री शर्मा ने सांसद श्री महतो के प्रत्येक मांग पर यथासंभव एवं यथाशीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
राजधानी में अब महिलाएं आरक्षित बसों में सफर कर खुद को सुरक्षित महसूस कर सकेंगी, क्योंकि अब रांची नगर निगम की ओर से 19 मार्च से पिंक बसों की शुरुआत की गई है, जिसमें सिर्फ महिलाएं ही सफर कर सकती हैं. रांची नगर निगम की ओर से दो नए बसों का परिचालन किया गया है, जो रांची के कचहरी चौक से बिरसा चौक तक चलेगी. इस बस में महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए सफर कर सकेंगी. बस की शुरूआत पर रांची की महिलाओं ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि पहले वे पुरुषों के साथ एक ही बसों में सफर करती थी, जिससे कई बार परेशानियों का सामना भी करना पड़ता था, लेकिन अब नई पिंक बसों की शुरुआत होने से महिलाओं को काफी राहत मिलेगी. कई बार सफर करने के दौरान मनचले और असामाजिक तत्वों की ओर से महिलाओं को गलत नजरों से देखा जाता था, जिसका विरोध भी नहीं कर सकते थे और अगर कभी विरोध होता था तो उस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो पाती थी. सफर के दौरान आये दिन महिलाएं असुरक्षित महसूस करती थी, लेकिन नगर निगम की ओर से शुरू की गई इस पहल के बाद अब वो सुरक्षित रूप से सफर कर पाएंगी. इससे महिलाओं में काफी खुशी है.
चाईबासा। झारखंड-ओडिशा सीमा पर स्थित जैंतगढ़ अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है। शुक्रवार को दिनदहाड़े बैंक कर्मियों से अपराधियों ने बंदूक के बल पर 15 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। लूट की वारदात को झारखंड-ओडिशा सीमा पर स्थित जैंतगढ़ में अंजाम दिया गया। लूट के बाद पुलिस ने सीमा इलाके में चेकिंग बढा दी है। जानकारी के अनुसार जगन्नाथपुर- जैंतगढ़ मुख्य मार्ग पर रंगामाटी गांव में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाने वाले विश्वरूप का बैंक खाता ओडिशा चंपुआ के आईसीआईसी बैंक में है। लगातार 4 दिन बैंक बंद रहने से विश्वरूप कर का बिक्री पैसा 15 लाख रुपए घर में रखा हुआ था। सीसी खाता होने की वजह से बैंक कर्मियों ने उन्हें फोन किया तो विश्वरूप कर ने पैसा घर में होने की बात कही। इसके बाद बैंक कर्मियों ने कहा कि घर आकर पैसा खुद ले जाएंगे। दोपहर 3 बजे चंपुआ से आईसीआईसीआई बैंक कर्मी विश्वरूप के घर पहुंचे और पैसा लेकर मोटरसाइकिल से ही चंपुआ लौट रहे थे। इसी दौरान पैसा लेकर घर से कुछ दूर ही हुए थे कि दो अपराधी एक मोटरसाइकिल से आए और बंदूक के बल पर बैंक कर्मियों से पैसा कर लूट कर जगन्नाथपुर की ओर भाग गए। बैंककर्मियों संग की मारपीट इस दौरान अपराधियों ने बैंक कर्मियों के साथ मारपीट भी की। घटना की जानकारी होते ही पुलिस घटनास्थल पहुंचकर छानबीन करने में जुट गई। वही आसपास के थाने को भी अलर्ट कर दिया गया है। जिससे लूटकर अपराधी फरार नहीं होने पाए। पिछले दिनों ही जैंतगढ़ में भाजपा नेता के घर अपराधियों ने गोली चला कर दहशत फैलाने की कोशिश की थी। जैंतगढ़ झारखंड-ओडिशा सीमा पर होने के कारण अपराधी घटना को अंजाम देकर बॉर्डर क्षेत्र का फायदा उठाकर फरार हो गए।
रांची। झारखंड के बजट सत्र में शुक्रवार को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने सरकार का पक्ष रखा। इस दौरान उन्होंने जम पर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्षों तक ये येन-केन-प्रकारेण सरकार में रहे। उस समय मुहावरा चलाते थे डबल इंजन की सरकार। उन्होंने कहा कि विकास की जगह इस डबल इंजन की सरकार ने राज्य को लहुलुहान कर दिया है। अब राज्य की जनता इनका पिंडदान करेगी। हेमंत ने कहा कि इस डबल इंजन की रफ्तार कितनी हो सकती है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। लेकिन इन्होंने पूरी व्यवस्था को चौपट कर दिया। देश में पहली बार बड़े पैमाने पर स्कूलों को बंद कर दिया। इसे बंद करके इन्होंने कहा कि 15 हजार करोड़ रुपये का बचत होगा। बचत करके उन रुपयों को क्या किया इसकी जानकारी किसी को नहीं है। जिस समय गांव-किसान को देखना था एयरपोर्ट पर व्यापारियों को देखने में व्यस्त थे : सीएम ने कहा कि कृषि सुधार के नाम पर इन लोगों ने केवल विदेशों की सैर की है। औद्योगिक विकास के नाम पर राज्य में जमीनों की लूट हुई। पिछड़ा, आदिवासी पर केस लादे गए। जिस समय इन्हें कुएं, गांव की गलियों को देखना चाहिए था ये एयरपोर्ट पर अपने व्यापारियों को देखने में व्यस्त थे। हाथी उड़ाने में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि कोई ऐसा विभाग नहीं बचा जिसमें इन्होंने घोटालों की लंबी फेहरिस्त नहीं खड़ी की हो। दवा घोटाले में शामिल व्यक्ति स्वास्थ्य सुधार की बात करते हैं : हेमंत ने कहा कि ये राज्य के सुधार की बात करते हैं। झारखंड के पानी को भी बिहार को बेच देने वाले कैसे लोग रहे होंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। दवा घोटाला में संलिप्त व्यक्ति स्वास्थ्य सुधार की बात करते हैं। डोभा में लाखों का घोटाल करने वाले कृषि सुधार की बात करते हैं। सीपी सिंह को एक सप्ताह के लिए सस्पेंड करने की मांग : हेमंत सोरेन ने कहा कि सीपी सिंह झारखंड विधानसभा के सबसे बुजुर्ग सदस्यों में से एक हैं। उनसे नये विधायक सदन में व्यवहार को सीखते हैं लेकिन उन्होंने सदन में सरकार की नीतियों को फाड़ दिया। इसके लिए उन्हें एक सप्ताह के लिए सस्पेंड करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर विकास मंत्री रहते हुए उन्होंने पूरे मोरहाबादी मैदान को बर्बाद कर दिया टाइम्स स्क्वेयर के नाम पर। 160 गाड़ियों की पार्किंग के लिए 40 करोड़ रुपए बर्बाद कर दिए अंडरग्राउंड पार्किंग के नाम पर। अब जब सरकार काम कर रही है तब पेट में दर्द हो रहा है : हेमंत सोरेन ने कहा कि हम पदाधिकारियों की कही बातों पर काम नहीं करती हम अपनी आंखों से देखी और स्थितियों को समझ कर निर्णय लेते हैं। गरीबों की परेशानी को समझने के लिए बही-खाते की जरूरत नहीं है। उट ने कहा कि अब जब सरकार काम कर रही है तो इनका पेट खराब हो रहा है।
बेरमो /बोकारो थर्मल। गिरीडीह के डुमरी से गिरफ्तार माओवादी जयराम बेसरा की सूचना पर अमेरिकन राइफल की तलाश में पुलिस और सीआरपीएफ बुधवार को ऊपरघाट के कडरूखुट्टा गांव पहुंची। हालांकि यहां से पुलिस को हथियार बरामद नहीं हुआ। माओवादी जयराम बेसरा के सूचना पर कडरूखुट्टा के कथित मृत नक्सली सोनाराम मांझी के घर की तलाशी ली गयी। सूचना थी कि पारसनाथ पहाड़ से माओवादियों ने कडरूखुट्टा गांव में अमेरिकन राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक साम्रगी रखी है। लेकिन कडरूखुट्टा गांव के कथित मृत नक्सली सोनाराम मांझी के घर से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। गिरीडीह की सीआरपीएफ व पुलिस ने सोनाराम मांझी के घर की तलाशी करने के उपरांत उसके बारी (खेत) को भी कुदाल से खोदकर खोजा गया। सीआरपीएफ को यह भी सूचना था कि सोनाराम मांझी के खेत में गड्ढा कर माओवादियों ने अमेरिकल राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री छुपाकर रखा है। खेत में घंटों मशक्कत के बाद भी सीआरपीएफ को संभावित हथियार बरामद नहीं हुआ। लगभग पांच घंटे तक मृत कथित नक्सली सोनाराम मांझी के घर और बारी (खेत) में तलाश अभियान चला। इस अभियान में गिरीडीह, गोमिया, नावाडीह सीआरपीएफ के अलावे निमियांघाट, डुमरी और पेंक-नारायणुपर के थाना प्रभारी सुधांशू श्रीवास्तव सहित सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। 3 मार्च 2018 को माओवादियों ने सोनाराम की गोलीमार कर दी थी हत्या : पेंक पंचायत के कडरूखुट्टा निवासी 40 वर्षीय सोनाराम मांझी को 2-3 मार्च की रात माओवादियों ने घर से अगवा कर मुंहफरवा मुख्य सड़क में मुखबिरी के आरोप में हत्या कर शव को फेंक दिया था। माओवादियों ने घटनास्थल पर पोस्टर छोड़ घटना की जिम्मेवारी भी लिए थे। कौन है नक्सली जयराम बेसरा : पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार नक्सली जयराम बेसरा बारूंदी सुरंग विशेषज्ञ माना जाता है। 15 लाख के इनामी माओवादी कृष्णा हांसदा के दस्ते का सक्रिय सदस्य है। पुलिस ने 12 मार्च को किलो के बारूदी सुरंग के साथ डुमरी के राजभिट्टा गांव से गिरफ्तार किया था। सुधांशू श्रीवास्तव, थाना प्रभारी, पेंक-नारायणपुर : कडरूखुट्टा के नक्सली सोनाराम मांझी के घर माओवादियों ने हथियार सहित विस्फोटक साम्रगी छुपा कर रखने की सूचना गिरीडीह सीआरपीएफ और पुलिस को मिली थी, उसी आलोक में छापामारी की गयी, लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं मिला।
जमशेदपुर। सांसद विद्युत वरण महतो ने आज एनएच-33 के पारडीह से बालीगुमा तक ऐलिवेटेड करिडोर के मामले को लेकर केंद्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और इस संबंध में अग्रेतर कार्रवाई करने का आग्रह किया। गुरुवार की बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गत 12 फरवरी को हुए बैठक के संदर्भ में चर्चा की और झारखंड के एन एच ए आई के मुख्य महाप्रबंधक से इस प्रस्ताव के विभिन्न पहलुओं को जाना। इसके पश्चात उन्होंने आज इस प्रस्ताव को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। अब पारडीह से बालिगुमा तक एलिवेटेड करिडोर का निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है। उल्लेखनीय है कि गत दिनों एनएच-33 को लेकर और उस में आने वाली विभिन्न प्रकार की बाधाओं एवं समस्याओं के संबंध में सांसद विद्युत वरण महतो ने केंद्रीय मंत्री से इसका निराकरण करने का आग्रह किया था। साथ ही यह भी कहा था कि जमशेदपुर को जामनगर होने से बचाया जाए। बैठक में झारखंड के एनएचएआई के सीजीएम आदित्य प्रकाश की उपस्थिति में पूरे प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा हुई। इस दौरान विभिन्न प्रकार के तकनीकी पक्षों का सीजीएम के द्वारा निराकरण किया गया। अब एनएच-33 पर 243 किमी से लेकर 248.5 किमी तक एलिवेटेड करिडोर का निर्माण होगा। साथ ही यह भी कहा गया कि एलिवेटेड करिडोर का डिजाइन का काम एलएनटी के माध्यम से कराया जाएगा। सांसद ने श्री गडकरी से यह भी आग्रह किया कि एलिवेटेड करिडोर यदि फोरलेन के बजाय सिक्स लेन का बनाया जाए तो यह ज्यादा सार्थक होगा। इस पर श्री गडकरी ने मुख्य महाप्रबंधक को निर्देश दिया कि आने वाले 30 से 50 वर्षों के ट्राफिक को ध्यान में रखकर इस के डिजाइन को तैयार करना है। बैठक के दौरान ही मुख्य महाप्रबंधक को यह भी निर्देश दिया गया कि वर्तमान में जो काम चल रहा है इस काम को 10 से 12 दिनों में प्रारंभ करते हुए यथाशीघ्र पूर्ण करना है। उल्लेखनीय है कि अब एन एच के निर्माण से सर्विस रोड सहित विभिन्न प्रकार के यूटिलिटी सर्विसेज के लिए जो समस्याएं आ रही थी अब उसका पूर्ण रूप से निदान हो जाएगा और जमशेदपुर को एक बड़ा राहत यातायात के संबंध में प्राप्त होगा। सांसद ने जमशेदपुर वासियों को इतनी बड़ी सौगात देने के लिए केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया है एवं उनके प्रति अपना आभार प्रकट किया है। इसके साथ ही साथ उन्होंने एनएचएआई के उन तमाम पदाधिकारियों एवं प्रोजेक्ट डाईरेक्टर को भी साधुवाद दिया है जिन्होंने इस संबंध में काफी मेहनत कर प्रस्ताव तैयार किया और साथ ही साथ विभिन्न तकनीकी पहलुओं समस्याओं का का निराकरण करते हुए अपना प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखा। सांसद ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को भी बधाई दिया जिन्होंने जनता के मांग पर अपनी संवेदनशीलता लगातार बरकरार रखी। बैठक के दौरान उनके साथ कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी भी थीं।
जमशेदपुर। झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन, रांची में जनजातीय समुदाय के महान व्यक्तित्वों पर लिखित पुस्तक ‘शिखर को छूते ट्राइबल्स भाग 2’ का विमोचन किया। जमशेदपुर के लेखक संदीप मुरारका द्वारा लिखित इस पुस्तक में वैसे 19 आदिवासी व्यक्तित्वों की संक्षिप्त जीवनियाँ हैं, जिनको पद्म पुरस्कार प्राप्त हुए एवं कुछ स्वतंत्रता सेनानी जो देश के इतिहास में भूला से दिए गए। देश भर की अनकही गाथाओं के इस संकलन में पंडवानी लोक गीत-नाट्य की पहली महिला कलाकार पद्म विभूषण तीजन बाई, छत्तीसगढ़, अंतरराष्टÑीय महिला मुक्केबाज एवं राज्यसभा सांसद पद्म विभूषण एम सी मैरी कम, मणिपुर, नागालैंड की लक्ष्मीबाई पद्म भूषण रानी गाईदिन्ल्यू , जैविक खेती की प्रसारक पद्मश्री ‘सीड मदर’ राहिबाई सोमा पोपरे, महाराष्टÑ, डायरो गायक पद्मश्री भीखुदान गोविंद भाई गढ़वी, गुजरात, पार्श्वगायिका पद्मश्री दिवालीबेन पुंजभाई भील, गुजरात, अप्रितम गीतकार ‘भगत बापू’ पद्मश्री कवि दुला भाया काग, गुजरात, लोक साहित्यकार पद्मश्री बेनीचंद्र जमाटिया, त्रिपुरा, कन्नड़ भाषा के विख्यात फिल्मी गीतकार पद्मश्री डा डोड्डारंगे गौड़ा, कर्नाटक, लोक गायिका पद्मश्री सुकरी बोंमागौड़ा, कर्नाटक, युवा एथलीट खिलाड़ी पद्मश्री विकास शिवे गौड़ा, कर्नाटक, अंतरराष्टÑीय धनुर्धर पद्मश्री लिम्बाराम अहरी, राजस्थान, अंग्रेजी भाषा की एथनोग्राफर पद्मश्री प्रो तेमसुला आओ, असम, विख्यात पत्रकार पद्मश्री ड ममंग दई, अरुणाचल प्रदेश, लोक गीतकार पद्मश्री रेन सोनम शेरिंग लेपचा, सिक्किम, विख्यात भारतीय फुटबलर पद्मश्री बाइचुंग भूटिया, सिक्किम, सिक्किम की मदर टेरेसा पद्मश्री किपू शेरिंग लेपचा, सिक्किम की भाषाओं के उत्थान हेतू प्रयत्नशील पद्मश्री नोर्देन शेरिंग भूटिया, लोक गायिका पद्मश्री हिलदामित लेपचा की प्रेरक कथाएं शामिल है। साथ ही भारत के पहले स्वतंत्रता सेनानी बाबा तिलका मांझी, गुमनाम शहीद तेलंगा खड़िया, टंट्या भील एवं कोमराम भीम की गाथा भी शामिल है। इनमें पद्म भूषण रानी गाईदिन्ल्यू का अध्याय जमशेदपुर के वरिष्ठ पत्रकार विरेन्द्र कुमार ओझा ने लिखा है़ पुस्तक की प्रस्तावना डा रामदयाल मुण्डा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान राँची के निदेशक आईएएस रणेन्द्र कुमार ने लिखी है। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी का मानना है कि हमारे देश का इतिहास राजा महाराजाओं एवं शासकों के इर्दगिर्द घूमता रहा है किन्तु इस देश के निर्माण व विकास में जननायकों की भूमिका अति महत्वपूर्ण रही है7 इतिहास की पूँजी को संजोए रखना और उसमें गाथाओं को जोड़ते रहना बेहद जरूरी है। भारत की अखंडता व एकता को बरकरार रखते हुए विकास की ऊंचाइयों को छूने के लिए जनसामान्य के पराक्रम व पुरुषार्थ की गाथाएं प्रेरणा प्रदान करती हैं। आज आवश्यकता है कि ऐसे महान व्यक्तित्वों पर यूनिवर्सिटियों में शोध हो। संदीप मुरारका द्वारा रचित पुस्तक ‘शिखर को छूते ट्राइबल्स भाग 2’ ऐसे ही जनजातीय नायकों को समर्पित है। संदीप मुरारका की पूर्व में दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है - शिखर को छूते ट्राइबल्स भाग 1 एवं बिखरे सिक्के। राजभवन में आयोजित विमोचन समारोह में माननीय राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल के प्रधान सचिव शैलेश कुमार, कैट के राष्टÑीय सचिव सुरेश सोन्थालिया, फेडरेशन झारखंड चैम्बर आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा, झारखण्ड प्रान्तीय मारवाड़ी युवा मंच के पूर्व प्रमंडलीय उपाध्यक्ष मंटू अग्रवाल, चाईबासा के दिव्यांश गोयल एवं पुस्तक के लेखक संदीप मुरारका उपस्थित थे।
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