एबीएन डेस्क। कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच CBSE की परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला हुआ है। CBSE बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं टाल दी गई हैं, जबकि 10वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बीच CBSE की परीक्षाओं को लेकर भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। CBSE 12वीं की परीक्षाओं को टाल दिया गया है, जबकि 10वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा मंत्री और मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें ये फैसला लिया गया है। परीक्षाएं रद्द करने की हो रही थी मांग : यहां याद दिला दें कि देश में लगातार तेजी से बढ़ रहे कोरोना संकट के बीच कई राज्य के मुख्यमंत्रियों, नेताओं ने परीक्षाओं को रद्द करने की अपील की थी। देश में करीब 30 लाख बच्चों को सीबीएसई की परीक्षाएं देनी हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बीते दिन अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी मांग की थी। वहीं, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी भी परीक्षाएं रद्द करने की मांग कर चुके हैं। बता दें कि कोरोना काल के बीच बच्चों की अधिकतर पढ़ाई ऑनलाइन तरीके से ही हुई थी, बीच में कोरोना के मामले घटने के बाद स्कूल खोले गए थे। लेकिन अब जब परीक्षा की बारी आई है, तब केस फिर से बढ़ने लगे हैं। कई राज्यों ने अपने यहां की बोर्ड परीक्षाओं को टाल दिया है। ऐसे में केंद्र पर CBSE की परीक्षाएं टालने का दबाव बन रहा था।
एबीएन डेस्क। मुंबई के नालासोपारा के विनायक अस्पताल में कथित रूप से आॅक्सीजन की कमी के कारण 7 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों के परिजन होश खो बैठे। उन्होंने नाराज होकर अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र की हालत सबसे खराब है। यहां प्रतिदिन रिकार्ड कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं जिसने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र की बात करें तो यहां सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 51,751 मामले सामने आए जबकि 258 लोगों की मौत हो गयी। इससे एक दिन पहले यानी रविवार को सूबे में संक्रमण के 63,294 मामले सामने आये थे। स्वास्थ्य विभाग के की मानें तो राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 34,58,996 हो चुके हैं। सूबे में कोरोना संक्रमण की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 58,245 हो चुका है। राजधानी मुंबई की बात करें, तो यहां सोमवार को संक्रमण के 6893 नये मामले सामने आये जबकि 43 मरीजों की मौत हो गयी। सूबे में अब तक 28,34,473 मरीज कोरोना को मात देने का काम कर चुके हैं।
कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बीच नागर विमानन मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि एयरलाइन कंपनियों को उन घरेलू उड़ानों में भोजन देने की अनुमति नहीं होगी, जिनकी यात्रा अवधि दो घंटे से कम है। मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि यह रोक बृहस्पतिवार से प्रभावी होगी। पिछले साल कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये लॉकडाउन लगाए जाने के बाद जब 25 मई से निर्धारित घरेलू उड़ान सेवाएं शुरु की गई थीं, तब मंत्रालय ने एयरलाइन कंपनियों को कुछ शर्तों के तहत विमानों के भीतर भोजन उपलब्ध कराने की अनुमति दी थी। पूर्व के आदेश में सुधार करते हुए, मंत्रालय के नये निर्देशों में कहा गया है, ‘‘घरेलू क्षेत्रों में विमानों का परिचालन कर रही एयरलाइन कंपनियां उन उड़ानों के दौरान भोजन उपलब्ध करा सकती हैं जिनकी उड़ान की अवधि दो घंटे या उससे अधिक हो। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 और उसके विभिन्न स्वरूपों के बढ़ते खतरे को देखते हुए उसने घरेलू उड़ानों में सफर के दौरान भोजन उपलब्ध कराए जाने की सुविधा की समीक्षा करने का फैसला किया है। उसने कहा कि एयरलाइन कंपनियों को उन उड़ानों में केवल पहले से पैक नाश्ता, भोजन और पहले से पैक पेय पदार्थ की मुहैया कराने की अनुमति है, जिनकी अवधि दो घंटे से अधिक है। मंत्रालय ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कोविड-19 के ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में सामने आये सभी तीन प्रकारों के तेजी से फैलने की बात सामने आयी है।
वाराणसी। काशी विश्वनाथ परिसर में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में पुरातात्विक सर्वेक्षण का आदेश देने वाले जज का वाराणसी से तबादला हो गया है। वाराणसी में सिविल जज, सीनियर डिवीजन (फास्ट ट्रैक कोर्ट) के पद पर तैनात आशुतोष तिवारी का वाराणसी से शाहजहांपुर ट्रांसफर कर दिया गया है। जज आशुतोष तिवारी की कोर्ट ने ही मंदिर-मस्जिद परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सर्वे करने का आदेश 8 अप्रैल को दिया था। 9 अप्रैल को ही उनका तबादला शाहजहांपुर के लिए कर दिया गया। बता दें कि जज आशुतोष तिवारी शाहजहांपुर में एडिश्नल सिविल जज, सीनियर डिवीजन/ एडिश्नल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात किये गये हैं। उनकी जगह महेन्द्र कुमार पांडेय को तैनात किया गया है जो अभी तक बांदा में तैनात थे। दरअसल मंदिर-मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण कराये जाने का मामला साल 2019 से चल रहा था। वकील विजय शंकर रस्तोगी ने पूरे ज्ञानवापी परिसर का सर्वेक्षण कराने की याचिका दायर की थी।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने 72 घंटे में सुरक्षाबलों ने 12 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। ये सभी आतंकी चार अलग-अलग ऑपरेशन में मारे गए। त्राल और शोपियां में 7 आतंकवादी ढेर किए गए हैं। ये जानकारी जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दी है। DG जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा, “बिजबेहरा में ऑपरेशन खत्म हो गया है। पिछले 72 घंटे में चार अलग-अलग ऑपरेशन में 12 आतंकवादी मारे गए हैं। इसमें त्राल और शोपियां में मारे गए 7 आतंकवादी, हादीपुरा में मारे गए अलबद्र के 3 आतंकवादी और अब बिजबेहरा में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकवादी शामिल हैं।शोपियां जिले के हादीपोरा में अलबद्र के 3 आतंकी ढेर : जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के हादीपोरा में हुई एक मुठभेड़ में 3 आतंकवादी मारे गए हैं। उनके पास 1 एके राइफल और 1 पिस्तौल बरामद की गई है। पुलिस ने कहा कि नए भर्ती हुए एक आतंकवादी को आत्मसमर्पण कराने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों ने काफी कोशिशें कीं। उसके माता-पिता ने भी अपील की, लेकिन बाकी आतंकवादियों ने उसे आत्मसमर्पण नहीं करने दिया। इससे पहले शनिवार शाम को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और शोपियां जिलों में एक के बाद एक 2 मुठभेड़ शुरू हुईं थी। पहली मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के हादीपोरा इलाके में शुरू हुई जबकि दूसरी मुठभेड़ अनंतनाग जिले के सेमथान बिजबेहारा इलाके में शुरू हुई थी। ये दोनों ही ऑपरेशन अब खत्म हो गए हैं। दोनों जगहों पर आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद पुलिस और सेना की संयुक्त टीमों ने जैसे ही घेराबंदी की, आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद मुठभेड़ों में तेजी आई।
इंदौर। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती दिखाई है। राज्य में एक दिन में करीब 5 हजार कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इंदौर, जबलपुर, उज्जैन सहित 12 शहरों में लॉकडाउन का ऐलान किया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक के बाद उक्त निर्णय लिया। एमपी के अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बड़वानी, राजगढ़, विदिशा के शहरी और ग्रामीण इलाकों में 19 अप्रैल सुबह तक लॉकडाउन रहेगा। इसी तरह इंदौर, राऊ, महू, शाजापुर और उज्जैन के सभी शहरों में भी 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे बजे लॉकडाउन रहेगा। जबलपुर, बालाघाट, नरसिंहपुर और सिवनी में 12 अप्रैल की रात से 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। उन्होंने बताया कि राज्य में एक दिन में 5 हजार पॉजिटिव केस आने के बाद सीएम ने चिंता जताई और इसकी रोकथाम के उपायों पर चर्चा को लेकर सभी जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक की। बैठक में राज्य के हालात पर चर्चा की गई। जिसके बाद संक्रमण को काबू में करने के लिए राज्य के 12 जिलों में लॉकडाउन करने का फैसला किया गया है। राज्य के रतलाम जिले में 9 दिन का लॉकडाउन 9 अप्रैल की शाम 6 से ही लागू है, जो 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। इसके अलावा खरगोन, कटनी और बैतूल में भी 17 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन का पहले ही ऐलान किया जा चुका है। वहीं छिंदवाड़ा में भी 8 अप्रैल से ही एक सप्ताह का लॉकडाउन लगाया गया है।
बिजनौर। उत्तर प्रदेश में जान हथेली पर रखकर अवैध धंधा जारी है। बिजनौर में आबादी के बीच में चल रही पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में पांच लोगों की जान चली गई जबकि चार की हालत गंभीर बनी है। मौके पर पुलिस तथा जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद है, राहत कार्य तेजी से जारी है। इस घर में विस्फोटक सामग्री बनाई जा रही थी। पुलिस ने पटाखा कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है। बिजनौर जिले के बख्शीवाला क्षेत्र के बुखारा गांव निवासी यूसुफ ने एक मकान ले रखा है। गांव में गुरुवार को दिन में एक मकान में भयंकर विस्फोट हो गया। यहां पर अवैध तरीके से घर में पटाखा निर्माण का काम चल रहा था। विस्फोट इतना भीषण था कि वहां पर मकान का एक हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया जबकि पांच मजदूरों के शव मौके से मिले हैं। गंभीर रूप से घायल चार लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मकान में यूसुफ नौ मजदूरों से पटाखे तैयार करा रहा था। इस दौरान यूसुफ ने मकान के बाहर से ताला लगा रखा था। मकान मे कुल नौ मजदूर काम कर रहे थे। यहां पर दोपहर में अचानक बारूद में आग लग गई, जिससे जबरदस्त विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में मकान का एक हिस्सा तो धराशाई हो गया और अनुसूचित जाति के पांच मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। वहां पर काम कर रहे अन्य चार की काफी चोटिल हैं। इन लोगों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। यूसुफ को लाइसेंसधारी पटाखा विक्रेता बताया गया है। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे यूसुफ को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। चारों घायलों को बिजनौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर पुलिस उनसे घटना की जानकारी ले रही है। फायर ब्रिगेड के साथ ही जिला प्रशासन की टीम भी मौके पर है। इसके साथ जिले के आला अफसर मौके पर पहुंचे हैं। एसपी डॉ धर्मवीर सिंह ने बताया कि फैक्ट्री मालिक यूसुफ को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतकों की सूची: 1- चिंटू (21 वर्ष) निवासी बुखारा, 2- प्रदीप (25 वर्ष), निवासी बुखारा, 3- सोनू (22 वर्ष), निवासी बुखारा, 4- वेदपाल उर्फ वीरेंद्र (45) निवासी बुखारा और 5- ब्रजपाल (45 वर्ष) निवासी बकली। घायलों की सूची: 1- समरपाल, 2-अमन, 3- प्रिंस व 4- राहुल। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान, मांगी रिपोर्ट: बिजनौर में पटाखा विस्फोट में पांच लोगों की मौत के प्रकरण का सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के परिवारीजन के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हेंं स्थानीय स्तर पर समस्त सहायताएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर रह कर पीड़ितों की यथासंभव सहायता करने के भी निर्देश दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे की शीघ्र रिपोर्ट भी तलब की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के एम्स में कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक ली और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में टीका लेने के लिए पात्र सभी लोगों से जल्द से जल्द टीका लगवाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने एक मार्च को टीके की पहली खुराक ली थी। उन्होंने ट्वीट किया, आज एम्स में कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक ली। वायरस को हराने के कुछ तरीकों में टीकाकरण भी एक तरीका है। अगर आप टीका लेने के पात्र हैं तो जल्द से जल्द टीका लगवाए। कोविन डॉट जीओवी डॉट इन पर पंजीकरण कराएं। प्रधानमंत्री ने टीका लगवाते हुए अपनी एक तस्वीर भी पोस्ट की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत बायोटेक द्वारा निर्मित स्वदेशी कोवैक्सीन का टीका लगवाया है। पीएम मोदी को जिन दो नर्सों ने टीका लगाया वे पुडुचेरी की पी निवेदा और पंजाब से निशा शर्मा हैं। निवेदा एक मार्च को उन्हें टीका लगाने वालों में भी शामिल थीं। सिस्टर निशा शर्मा ने कहा, मैंने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक दी। उन्होंने हमसे बात की। मेरे लिए यह एक यादगार पल था क्योंकि मुझे उनसे मिलने का मौका मिला। वहीं, सिस्टर पी. निवेदा ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना की पहली दूसरी डोज दी गई। आज मुझे उनसे मिलने और दूसरी बार टीका लगाने का एक और अवसर मिला। मैं फिर से उत्साहित हो गई। उन्होंने हमसे बात की और हमने उनके साथ तस्वीरें भी लीं।
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