टीम एबीएन, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार युद्धग्रस्त यूक्रेन से निकालकर भारत लाए जाने वाले राज्य के लोगों की यात्रा का खर्च उठाएगी। इन लोगों के शनिवार को भारत पहुंचने की उम्मीद है। कुमार ने शुक्रवार देर रात को इस संबंध में घोषणा की। उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था करने पर केंद्र का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें मालूम चला है कि ऐसी प्रत्येक उड़ान दिल्ली और मुंबई पहुंचेगी तथा राज्य सरकार बिहार के लोगों की यात्रा का खर्च वहन करेगी। राज्य के विभिन्न हिस्सों से खबरें आ रही हैं कि माता-पिता यूक्रेन से अपने बच्चों की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
टीम एबीएन, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें तत्काल पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ऐसी चर्चा है कि जीतन राम मांझी को एमआरआई जांच में माइल्ड ब्रेन स्ट्रोक की आशंका जाहिर की गई थी। हालांकि उनकी स्थिति चिंताजनक नहीं है। वो होश में हैं। हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री की हालत में सुधार है, अब चिंता करने की बात नहीं है। उन्होंने माइल्ड ब्रेन स्ट्रोक की बात को खारिज करते हुए कहा कि जीतन राम मांझी का शुगर लेवल कम हो गया है, इस वजह से वो असामान्य महसूस कर रहे थे। इसके बाद उनको फौरन अस्पताल ले जाया गया। मांझी होश में हैं और बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, डाक्टरों ने उन्हें आराम करने को कहा है। रिजवान ने कहा कि मांझी के स्वास्थ्य को लेकर कुछ भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मांझी एक दिन पहले भी मेदांता अस्पताल गए थे और अपना ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाई थी। रविवार को वो फुल बाडी चेकअप के लिए फिर से मेदांता अस्पताल गए हैं। वो समय-समय पर अपनी जांच करवाते रहे हैं। यहां तक की कई बार दिल्ली जाकर भी उन्होंने जांच करवाई है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक जीतन राम मांझी चेहरे पर लकवा का हल्का असर होने की शिकायत लेकर शनिवार की शाम को अस्पताल में भर्ती हुए थे। उन्हें आइसीयू में एडमिट कर जांच और इलाज शुरू किया गया था। जांच रिपोर्ट सामान्य रहने पर रविवार की शाम तक उनको अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।
टीम एबीएन, पटना। बिहार में रोजगार मांगने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। कोरोना काल में देश-विदेश की कंपनियों से बेरोजगार हुए लोग अब रोजगार के लिए तेजी से निबंधन करा रहे हैं। आलम यह है कि पिछले पांच साल की तुलना में इस साल जनवरी तक सबसे अधिक लोगों ने रोजगार के लिए निबंधन कराया है। पिछले साल की तुलना में चार गुना अधिक बेरोजगारों ने निबंधन पोर्टल पर किया है। रोजगार मांगने वालों में बेरोजगारों के साथ ही कुछ स्व-रोजगार कर रहे लोग भी शामिल है। हालांकि राहत की बात यह है कि निबंधन करने वालों में एक भी छात्र नहीं है, जो पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार भी मांग रहा हो। पोर्टल पर अब तक 13 लाख से अधिक निबंधित हो चुके हैं। बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने नेशनल कॅरियर सर्विस पोर्टल बनाया है। जॉब फेयर या नियोजन सह मार्गदर्शन मेला लगता है तो इन्हीं निबंधित लोगों को आमंत्रित किया जाता है। बिना निबंधन वालों को रोजगार मेले में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाती। साल 2015-16 से यह व्यवस्था प्रभावी है। आॅनलाइन निबंधन शुरू होने के बाद 2016-17 ही ऐसा साल रहा, जब छह लाख से अधिक लोगों ने रोजगार के लिए निबंधन कराया था। इसके बाद इसमें लगातार कमी होती रही। लेकिन मौजूदा वित्तीय वर्ष 2021-22 में एक बार फिर निबंधन की संख्या में वृद्धि हो गई है। अब तक दो लाख 67 हजार से अधिक बेरोजगारों ने निबंधन किया है। अक्टूबर में सबसे अधिक निबंधन : सबसे अधिक अक्टूबर में निबंधन हुआ है। इस महीने 63 हजार 524 बेरोजगारों ने पोर्टल पर निबंधन किया है। जबकि अप्रैल में 3581, मई में सबसे कम 1991 ने ही निबंधन किया था। इसी तरह जून में 7967, जुलाई में 18 हजार 17, अगस्त में 20 हजार 968, सितम्बर में 53 हजार 906, नवम्बर में 62 हजार 983, दिसम्बर में 20 हजार 766 तो जनवरी 2022 में 13 हजार 932 बेरोजगारों ने पोर्टल पर निबंधन किया है।
एबीएन डेस्क। बिहार में मौसम का मिजाज फिर से बदलने की आशंका जताई गई है। वहीं झारखंड के जिलों में भी बारिश की आशंका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम में गुरुवार से आंशिक बदलाव के आसार हैं। हवा के रुख में बुधवार से ही बदलाव हो गया है। पछुआ हवा की बजाय दक्षिणी पुरवा हवाओं का प्रवाह शुरू हो गया है। इस वजह से न्यूनतम पारा में बढ़ोत्तरी हुई। बंगाल की खाड़ी क्षेत्र से नमी लेकर आ रही से हवाएं गुरुवार से मौसम में बदलाव करेंगी। आसमान में आंशिक बादल छाये रहेंगे। गुरुवार को साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से पटना समेत राज्य के दक्षिणी पूर्वी और उत्तरी पूर्वी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश के साथ बादलों की गरज व बिजली चमकेगी। 25 को पटना और पटना से सटे जिलों के अलावा दक्षिणी पूर्वी, उत्तर पूर्वी और उत्तर मध्य जिलों में मौसम का यही हाल रहेगा। 26 फरवरी को बिहार के पूर्वी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होगी। अन्य भागों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने 24 और 25 को मौसम में होने वाले बदलाव को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है पर बारिश ज्यादा नहीं होगी। अगले चार दिनों तक न्यूनतम पारा में 2 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। 27 फरवरी से मौसम साफ हो जाएगा। रांची समेत झारखंड के कई इलाकों में 24 से 26 फरवरी तक बारिश के आसार हैं। इस दौरान वज्रपात भी हो सकता है। इसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। विभाग की मानें तो मौसम के मिजाज में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि 24 फरवरी से राज्य कई इलाकों में हल्के से मध्यम दर्ज की बारिश हो सकती है। विभाग की मानें तो गुरुवार को रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी और रामगढ़ में बारिश होगी। वहीं, शुक्रवार और शनिवार को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां के अलावा देवघर, धनबाद, दुमका, गिरीडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज में वज्रपात और बारिश के आसार हैं। इस समय रांची का न्यूनतम तापमान 15-16 और अधिकतम 29-30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा।
टीम एबीएन, पटना। बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन पर खड़ी स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन के खाली तीन डिब्बों में शनिवार सुबह अचानक आग लगी गयी। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन पर खड़ी स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के खाली तीन डिब्बों में अचानक आग लग गयी। देखते ही देखते डिब्बों से आग की लपटें तेजी से निकलने लगीं। आग से निकलता धुंआ पूरे स्टेशन परिसर में भर गया। आग स्लीपर कोच में लगी। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों को ही आगू पर काबू पाते हुए वीडियो में देखा जा सकता है। आग इतनी तेजी से फैली की पूरे डिब्बे को अपनी चपेट में ले लिया। संयोग था कि जिस वक्त ये हादसा हुआ उस समय ट्रेन का डिब्बा खाली था। आग लगने पर स्टेशन पर अफरा तफरी का मच गयी। हालांकि अभी तक इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। ज्ञात हो कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन बिहार के जयनगर से चलकर नई दिल्ली जाती है।
टीम एबीएन, पटना। बिहार के 22 वर्षीय क्रिकेटर सकीबुल गनी ने आज कमाल कर दिया। उन्होंने अपने पहले डेब्यू मैच में तिहरा शतक जड़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। ऐसा करने वाले वे दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। मोतिहारी के सकीबुल गनी ने यह रिकॉर्ड मिजोरम के खिलाफ कोलकाता में रणजी ट्रॉफी मुकाबला खेलते हुए बनाया। इसके बाद सकीबुल के घर में खुशी का माहौल बना हुआ है। मोतिहारी नगर के अगरवा मुहल्ला के निवासी सकीबुल गनी ने मोतिहारी के एलेवन स्टार क्रिकेट कल्ब से अपने कैरियर की शुरूआत की थी। मुहल्ले के बच्चों के साथ सकीबुल महज आठ साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। राजकीय टीम के खिलाड़ी रहे बड़े भाई फैसल गनी के निर्देश में क्रिकेट खेलना शुरू किया और आज रणजी में जगह बना कर मुकाम हासिल किया है। 22 वर्षीय सकीबुल चार भाईयों मे सबसे छोटा है। सफलता की एक और सीढ़ी पार करने पर सकिबुल के परिवार के सदस्य खुश है। सकीबुल की मां अजमा खातून बताती है कि खेल से सकीबुल का बचपन से लगाव था। परिवार के सभी सदस्य उसके रुचि में सार्थक सहयोग करते थे। उसका बड़ा भाई फैसल अपने साथ खेलाता और खेल के गुर को सिखाता रहा। सकीबुल गनी की अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में 341 रन की रिकॉर्डतोड़ पारी की मदद से बिहार ने मिजोरम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को पांच विकेट पर 686 रन का विशाल स्कोर बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। मिजोरम ने इसके जवाब में स्टंप्स तक तीन विकेट खोकर 46 रन बना लिए हैं और वह अभी पहली पारी में 646 रन से पीछे है। बिहार ने कल के तीन विकेट पर 325 रन के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया। बाबुल कुमार ने 123 और सकीबुल ने 136 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड तोड़ 538 रन की साझेदारी की सकीबुल चौथे बल्लेबाज के रूप में टीम के 609 के स्कोर पर आउट हुए। सकीबुल ने 405 गेंदों पर 341 रन की जबरदस्त पारी में 56 चौके और 2 छक्के लगाए। बिहार ने जब अपनी पारी घोषित की तब बाबुल कुमार 398 गेंदों पर 27 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 229 रन बनाए।
टीम एबीएन, पटना। बिहार की पहली बुलेट ट्रेन राजधानी पटना नहीं, गया-सासाराम से गुजरेगी। वाराणसी-हावड़ा के बीच बिहार-झारखंड होकर प्रस्तावित बुलेट ट्रेन के लिए हाईस्पीड रेलवे ट्रैक बिछाने और उस पर बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। पूर्व मध्य रेल मुख्यालय में भी रेल मंत्रालय से इस संदर्भ का पत्र आ गया है। वाराणसी-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए प्रारंभिक सर्वे का काम पूरा हो चुका है। हाल ही में राज्यसभा में एक सवाल के जवाब देते हुए रेलमंत्री अश्विनी बैष्णव ने देश के 7 रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने की जानकारी दी थी। इसमें वाराणसी से हावड़ा रूट भी शामिल है। पटना के साथ बक्सर, आरा, बिहारशरीफ और नवादा को जोड़ने वाली बुलेट ट्रेन का प्रस्ताव दूसरे फेज में आने की उम्मीद है। वाराणसी-हावड़ा के लिए सासाराम, गया, कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, धनबाद के रास्ते हाई स्पीड रेलवे ट्रैक बिछाई जाएगी, जिस पर सिर्फ बुलेट ट्रेन चलेगी। इस रूट की बुलेट ट्रेन के लिए उच्चस्तरीय बैठक में चर्चा हुई है। इसी के मद्देनजर गया जंक्शन को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के रूप में डेवलप किया जा रहा है। सासाराम, गया, कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, धनबाद के रास्ते स्पेशल ट्रैक बिछाई जाएगी एक और योजना के तहत इसे राजधानी पटना से जोड़े जाने का प्रस्ताव है, इस रूट को अगर मंजूरी मिली तो बुलेट ट्रेन बिहार के बक्सर, आरा, पटना, बिहारशरीफ और नवादा से होकर गुजरेगी। वहीं, झारखंड में कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह और धनबाद से गुजरेगी। बिहार में जिस रूट के लिए सर्वे किया जा रहा है, उसमें बक्सर, आरा, पटना, बिहारशरीफ और नवादा में स्टेशन बनाए जा सकते हैं। माना जा रहा है कि गया के बाद दूसरे फेज में पटना होकर बुलेट ट्रेन गुजरेगी। काशी विश्वनाथ से बुद्ध की नगरी को कनेक्ट करेगी बुलेट ट्रेन काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी एक पर्यटन स्थल है। इसी तरह गया भी भगवान बुद्ध और विष्णु की नगरी है, इसलिए इस प्रोजेक्ट को गया रेलवे स्टेशन होते हुए बुलेट ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। गया रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन में शामिल करने की योजना के साथ इधर से बुलेट ट्रेन को गुजारने को लेकर विमर्श किया गया है। अभी झारखंड में कराया जा रहा सर्वे : सर्वे के दौरान लोकेशन, भूखंड की उपलब्धता, प्रभावित होने वाले गांव और लाभान्वित होने वाले गांवों को चिह्नित करने के साथ झारखंड और बिहार के इलाके में भी सर्वे का काम चल रहा है। सर्वे रिपोर्ट सरकार को सौंपे जाने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। जानकारी के अनुसार, गिरिडीह के बगोदर इलाके में सर्वे कार्य पूरा हो गया है और कोडरमा, धनबाद, हजारीबाग समेत ट्रेन के गुजरने वाले अन्य इलाके में सर्वे चल रहा है। देश के 7 रूट पर बुलेट ट्रेन की तैयारी : रेल मंत्रालय ने सात हाई स्पीड रेल कॉरिडोर-दिल्ली-वाराणसी, मुंबई-नागपुर, दिल्ली-अहमदाबाद, मुंबई-हैदराबाद, चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर, वाराणसी-हावड़ा और दिल्ली-अमृतसर के लिए सर्वेक्षण करने और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया है। राज्यसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में एक सवाल के जवाब में बुलेट ट्रेन के काम को लेकर अपडेट दिया है। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने पटना को जल्दी जोड़ने के फायदे बताए चर्चा है कि बुलेट ट्रेन के रूट को झारखंड के पारसनाथ से गुजारा जाए। पारसनाथ में विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल है। नई बुलेट ट्रेन रूट के लिए पटरी पारसनाथ के आसपास से गुजरेगी। इसे ध्यान में रखकर भी सर्वे किया जा रहा है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने में जुटी है। कोलकाता, पटना और वाराणसी के व्यवसायियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को पटना तक विस्तार देने की मांग की थी। बिहार चैंबर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष पीके अग्रवाल का कहना है कि बुलेट ट्रेन से पटना को जल्दी जोड़ने का फायदा बड़ी आबादी को होगा। इससे राज्य में व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
टीम एबीएन, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों को एक और सौगात दी है। उन्होंने नालंदा में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में 176 करोड़ की लागत से निर्मित जू-सफारी का उद्घाटन किया है। यह जू-सफारी 191.2 हेक्टेयर में फैला है और यह राजगीर के पर्यटन स्थल में एक और नया आयाम जोड़ेगा। इस परिसर के दो भवनों में रोमांच से भरपूर इंटरप्रिटेशन सेंटर, म्यूजियम, वाटरफ्लाई पार्क, एम्फीथियेटर, बर्ड एवियरी, ऑडिटोरियम, ओरिएंटल सेंटर बनाए गए है। जबकि, जंगली क्षेत्र के खुले भाग में दहाड़ मारते बाघ, शेर, चीता, भालू, बार्किंग डियर व अन्य खुंखार वन्यजीव होंगे। इस नजारे को देखने के लिए सैलानियों के लिए पिंजरेनुमा बस का इंतजाम किया गया है। इसी गाड़ी में बैठकर लोग यहां के जानवरों को करीब से देख सकेंगे। खूंखार जानवरों के विचरण स्थलों के बीच में कई वॉच टॉवर भी लगाए गए हैं। इससे पूरी सफारी की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। साथ ही, सैलानी इसपर चढ़कर दो किलोमीटर दूरी की चीजों को स्पष्ट दिखाने वाली टेलीस्कोप की मदद से वन्यजीवों के क्रियाकलाप को देख सकेंगे। इनमें 112.80 हेक्टेयर में पांच वन्यजीवों बियर, लियोपार्ड, टाइगर, लॉयन व हर्बीवोर सफारियां हैं। 7.87 हेक्टेयर में रिसेप्शन एंड ओरिएंटेशन जोन, 2.32 हेक्टेयर में पार्किंग, 3.13 में एवियरी एंड बटर फ्लाई जोन, 4.0 में मैनेजमेंट जोन, 61 हेक्टेयर में ग्रीन जोन होगा। स्काई जोन में पैगोडा, वाच टॉवर, नेचर कैम्प व वाकिंग ट्रेल होगा। जू-सफारी निर्माण की स्वीकृति सरकार ने 6 अगस्त 2015 को दी थी। मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह जू-सफारी पूर्वोत्तर भारत का पहला सबसे आधुनिक जू-सफारी है। यहां तितली घर का भी निर्माण किया गया है। इसे स्वर्णगिरि व वैभरगिरि के बीच बनाया है। यहां आने वाले पर्यटक नेचर सफारी के बाद जू-सफारी का भी आंनद उठा सकेगें। साथ ही घोड़ा कटोरा, विश्वशांति स्तूप जैसे कई ऐतिहासिक धरोहरों का अवलोकन कर सकते है। यहां के पंच पहाड़ियों के बीच आने से मन को अलग शांति मिलती है। यहां हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, बौद्ध, जैन समेत अन्य धर्मों के लोग भारत से ही नहीं बल्कि कई देशों से भ्रमण करने आते है।
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