टीम एबीएन, रांची। अग्रवाल सभा एवं अग्रवाल सभा महिला समिति के तत्वावधान में 21वां समर कैंप 28, 29 और 30 मई को आयोजित किया जा रहा है। कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के अग्रवंशी बच्चे भाग ले सकते हैं।
सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक समर कैंप में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए संस्कार, योग, मार्शल आर्ट, चित्रकला, शतरंज, वक्तृत्व कला, हस्तकला, अभिनय, गायन, नृत्य की बेसिक जानकारी रोचक तरीके से दी जाती है जिससे वे अपने अंदर छुपी हुई प्रतिभा को पहचान सकें और उसे विकसित कर सकें। रांची के निपुण प्रशिक्षकों ने अपनी सहमति दे दी है।
अध्यक्ष नंदकिशोर पाटोदिया, सचिव मनोज चौधरी, उपाध्यक्ष सज्जन पाड़िया, निर्मल बुधिया, आकाश एवं महिला समिति की मधु सर्राफ, उर्मिला पाड़िया, मंजू केडिया, प्रीति पोद्दार, छाया अग्रवाल, संगीता गोयल, सीमा पोद्दार की उपस्थिति में समर कैंप के पोस्टर का विमोचन किया गया।
अग्रसेन भवन में फार्म उपलब्ध है, विस्तृत जानकारी महाराजा अग्रसेन भवन से या संयोजिका रूपा अग्रवाल (फोन 9708603305) से प्राप्त की जा सकती है। उक्त जानकारी अग्रवाल सभा के प्रवक्ता संजय सर्राफ ने दी है। उक्त जानकारी अग्रवाल सभा, महिला समिति की संयोजिका रूपा अग्रवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी।
एबीएन, सेंट्रल डेस्क। चित्रकूट में रक्षा औद्योगिक गलियारे को बढ़ावा देने के लिए सरकार 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। इस निवेश का उपयोग चित्रकूट में कई मिलिट्री-वेयर प्रोजेक्ट को स्थापित करने के लिए किया जायेगा।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने पहले ही चित्रकूट में 60 हेक्टेयर भूमि के विकास को मंजूरी दे दी है। एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण का अनुमान है कि इस मंजूरी से 5,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू होंगी और इससे चित्रकूट में 1 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इस गलियारे में लखनऊ, कानपुर, झांसी, अलीगढ़, चित्रकूट और आगरा जिले शामिल हैं। गलियारे के विकास में पर्यावरण का भी ध्यान रखा जायेगा, क्योंकि चित्रकूट के एक तिहाई हिस्से को हरित क्षेत्र के रूप में आरक्षित किया जायेगा।
साथ ही, प्रदूषण नियंत्रण और आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी ध्यान रखा जायेगा। यह गलियारा मेक इन यूपी मिशन को आगे बढ़ायेगा और भारत को सैन्य उपकरणों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।
ड्रोन, हेलीकॉप्टर, हथियार और गोला-बारूद जैसे रक्षा उपकरणों का उत्पादन इसी गलियारे में होगा। राज्य सरकार ने पहले ही 25,000 करोड़ रुपये की रक्षा विनिर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है और 140 सरकारी और प्राइवेट कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन भी किया है।
रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां भी उत्तर प्रदेश के रक्षा गलियारे में निवेश के लिए उत्साहित दिख रही हैं। अडानी डिफेंस, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, टाटा टेक्नोलॉजीज, भारत डायनेमिक्स जैसी कई कंपनियों ने इस गलियारे में निवेश के लिए समझौता ज्ञापन पर साइन किये हैं।
राज्य सरकार ने लगभग 5,000 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण का प्रस्ताव रखा है, जिसमें से 1,700 हेक्टेयर पहले ही लिया जा चुका है और कंपनियों को आवंटित कर दिया गया है। वहीं झांसी में हथियार और गोला-बारूद के उत्पादन और परीक्षण के लिए करीब 1,000 हेक्टेयर भूमि दी गयी है, जहां भारत डायनेमिक्स प्रमुख निवेशक के रूप में सामने आ रहा है।
टीम एबीएन, रांची। 15 फरवरी 2024 से 13 मार्च 2024 तक सीबीएसई बोर्ड द्वारा लिए गए परीक्षा का रिजल्ट दो महीने बाद जारी कर दिया गया है। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद रांची के हरमू रोड स्थित एस्कॉट इंटरनेशनल स्कूल के शानदार रिजल्ट के कारण छात्रों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है।
सीबीएसई बोर्ड के 10वीं में नव्या सिंह ने 93.2% लाकर प्रथम स्थान, सुहानी कुमारी 92.4% लाकर द्वितीय स्थान व आरती कुमारी 90% और नेहा बनर्जी 90% लाकर तृतीय स्थान पर रही, और प्लस टू के विज्ञान संकाय में माही गुप्ता ने 90% लाकर प्रथम स्थान, अनीश कुमार 85.2% लाकर द्वितीय स्थान व आयुष कुमार 82.2% लाकर तृतीय स्थान प्राप्त किया और वाणिज्य संकाय में लक्ष्मी कुमारी ने 86.2% लाकर प्रथम स्थान, रितिका कुमारी 80% लाकर द्वितीय स्थान व नंदिता कुमारी 72% लाकर तृतीय स्थान प्राप्त किया।
बच्चों ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों ने जो भी सिखाया था उसे उन्होंने बेहतर तरीके से सीखा और परीक्षा में इसका परिणाम भी देखने को मिला। स्कूल के प्राचार्य शादान आलम ने कहा कि बच्चों को पढ़ाने के पीछे यह मंशा होती है कि बच्चों को बेहतर और बेसिक नॉलेज दिया जाये ताकि बेसिक नॉलेज के आधार पर बड़े से बड़े सवाल को वह अपने स्तर से हल कर सके।
इसी सोच के साथ स्कूल के शिक्षक लगातार मेहनत कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में स्कूल के छात्र और बेहतर रिजल्ट करेंगे। निदेशक कुणाल कश्यप ने बताया कि ये सभी शिक्षको और बच्चों के मेहनत का परिणाम है और अभी स्कूल के 11वीं में नामांकन जारी है, छात्र अपना नामांकन करा सकते हैं। उक्त जानकारी एस्कॉट इंटरनेशनल स्कूल के प्राचार्य शादान आलम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी।
टीम एबीएन, रांची। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी रांची जिला मारवाड़ी सम्मेलन के द्वारा मारवाड़ी समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं का प्रतिभा सम्मान समारोह 9 जून 2024 दिन रविवार को स्थानीय महाराजा अग्रसेन भवन, अग्रसेन पथ मे होगा।
रांची जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष ललित कुमार पोद्दार, महामंत्री विनोद कुमार जैन एवं संयुक्त महामंत्री सह प्रवक्ता संजय सर्राफ ने संयुक्त रूप से बताया कि 9 जून के समारोह मे जिन्होंने 10वीं एवं 12वीं परीक्षा में 85% या उससे ऊपर अंक प्राप्त किया हो या प्रोफेशनल डिग्री हासिल की हो उन्हें प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि प्रतिभा सम्मान समारोह के लिए विकास अग्रवाल एवं विशाल पाड़िया को कार्यक्रम संयोजक बनाया गया है। उन्होंने सभी समाज बंधुओ से अनुरोध कि जिनके संज्ञान में समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों की जानकारी है वे संयोजक को व्हाट्सएप नंबर पर उनका अंक पत्र एवं एक फोटो प्रेषित करें ताकि हम उन्हें सम्मानित कर गौरवान्वित कर सके। मो. नंबर- 8797942294,9334425505 है।
एबीएन कैरियर डेस्क। 15 फरवरी से 13 मार्च तक सीबीएसई बोर्ड द्वारा ली गयी परीक्षा का रिजल्ट दो महीने बाद जारी कर दिया गया है। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद छात्रों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है। झारखंड की राजधानी रांची के डीपीएस स्कूल के बच्चों ने इस बार सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए हैं।
सीबीएसई बोर्ड के 10वीं में दिव्यांशु अग्रवाल ने 99.4 प्रतिशत अंक हासिल कर राज्य में सबसे ज्यादा नंबर पाने वाले छात्र बने हैं। वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में पीयूष प्रताप सिंह ने साइंस स्ट्रीम में 98.4 फीसदी अंक प्राप्त किये हैं। जबकि कॉमर्स में प्रखर अदुकिया ने 99.2 प्रतिशत हासिल का राज्य का नाम रोशन किया है।
मैट्रिक में 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के बाद दिव्यांशु अग्रवाल ने कहा कि उन्हें आज काफी गर्व महसूस हो रहा है। दिव्यांशु ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों ने जो भी सिखाया था उसे उन्होंने बेहतर तरीके से सीखा और परीक्षा में इसका परिणाम भी देखने को मिला।
दिव्यांशु अग्रवाल के पिता-माता ने कहा कि आज उन्हें बहुत खुशी है कि उनका बच्चा पूरे राज्य में सबसे अव्वल नंबर प्राप्त किया है। उन्होंने अन्य अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर न दें वह जिस प्रकार से पढ़ाना चाहे उसी प्रकार से पढ़ने दें।
इसको लेकर रांची डीपीएस के प्रिंसिपल राम सिंह ने बताया कि आज आधे से अधिक छात्रों ने 90 प्रतिशत से ऊपर नंबर हासिल किए हैं जो निश्चित रूप से स्कूल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि उनके शिक्षक अपने बच्चों को यह सोचकर नहीं पढ़ाते हैं कि उनका बच्चा सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करें।
डीपीएस के प्रिंसिपल राम सिंह ने कहा कि बच्चों को पढ़ाने के पीछे यह मंशा होती है कि बच्चों को बेहतर और बेसिक नॉलेज दिया जाए ताकि बेसिक नॉलेज के आधार पर बड़े से बड़े सवाल को वह अपने स्तर से हल कर सके। इसी सोच के साथ डीपीएस के शिक्षक लगातार मेहनत कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में डीपीएस स्कूल के छात्र शत-प्रतिश रिजल्ट हासिल करेंगे।
एबीएन कैरियर डेस्क। आजकल हर क्षेत्र में विशेषज्ञता की मांग को देखते हुए ऐसे पाठ्यक्रम आरंभ किये जा चुके हैं जो विद्यार्थी को 12वीं के बाद ही अपने मनपसंद विषय में विशेषज्ञता प्रदान कर सकते हैं। ऐसे इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम 12वीं के पश्चात 5 या 6 वर्ष की अवधि के उपलब्ध हैं। दरअसल, 12वीं के विद्यार्थी को स्नात्तक की पढ़ाई करनी होती है वहीं विशेषज्ञता का विषय भी साथ-साथ चलता है।
कानून यानी लॉ भी ऐसा ही फील्ड है। प्रमुख इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स की बातें करें तो बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीएससी एलएलबी और बीटेक एलएलबी आदि हैं। इनका स्तर अंडर ग्रेजुएट के साथ पोस्ट ग्रेजुएट होता है। इन पाठ्यक्रमों की अवधि पांच साल की होती है। इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में दो डिग्री शामिल हैं। एक कानून की और दूसरी आर्ट, वाणिज्य या फिर साइंस की कोई भी ब्रांच की हो सकती है।
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के बाद कैरियर की जबरदस्त संभावनाएं हैं। मसलन आप एडवोकेट बन सकते हैं, लीगल काउंसलर बन सकते हैं, कॉरपोरेट लॉयर बन सकते हैं , लॉ आफिसर के रूप में काम कर सकते हैं और क्रिमिनल लॉयर जैसे आॅप्शन भी मौजूद होते हैं। अनुभव और योग्यता के अनुसार सैलरी पैकेज 8 लाख से 15 लाख वार्षिक हो सकता है।
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के लिए आपकी शैक्षणिक योग्यता 10+2 होनी चाहिए, लेकिन न्यूनतम अंक अलग-अलग कॉलेज या यूनिवर्सिटीज के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। इसी तरहं इस कोर्स करने के लिए परीक्षाओं के प्रकार भी अलग-अलग हो सकते हैं जो आमतौर पर सेमेस्टर पद्धति और वार्षिक पद्धति पर बंटे होते हैं।
सामान्य रूप से एलएलबी करने की जगह इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने पर कैरियर की संभावनाएं बेहतर होती हैं, क्योंकि तब एक से अधिक अवसर उपलब्ध होते हैं। क्योंकि इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में आपको एक नहीं बल्कि दो-दो कोर्सेज का फायदा मिलता है। दूसरा फायदा ये है कि अगर आप ग्रेजुएशन के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो कम से कम आपका एक साल बच जायेगा। क्योंकि इसमें तीन साल बैचलर डिग्री के लिए और दो साल मास्टर डिग्री के लिए मान कर कोर्स का डिजाइन निर्धारित किया गया है। पढ़ाई के लिए खर्च होने वाले पैसे की बचत होती है।
ज्यादातर एडमिशन मेरिट बेस्ड होते हैं यानी आप अपने बेहतर नंबरों के आधार पर बेहतर पाठ्यक्रम हासिल करते हैं। लेकिन कई संस्थानों में नंबरों की बजाय प्रवेश परीक्षा को तरजीह दी जाती है। क्लैट का पूरा नाम कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट है। क्लैट 5-वर्षीय एकीकृत एलएलबी (यूजी) और एक-वर्षीय एलएलएम (पीजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। परीक्षा यूजी पाठ्यक्रमों के लिए 24 एनएलयू (नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी) और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए 21 एनएलयू में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
देश में इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के लिए कम से कम 3 लाख रुपये और अधिकतम 50 लाख रुपये तक की जरूरत होती है। यह कोर्स के लिए आपमें कई स्किल्स का होना जरूरी है। जैसे रिसर्च स्किल, जजमेंटल स्किल, क्रिटिकल थिंकिंग, भाषाई प्रवाह, वाकपटुता भी जरूरी है ताकि आपकी कम्युनिकेशन स्किल धारदार बनें।
बैचलर आफ आर्ट्स, बैचलर आफ लेजिस्लेटिव लॉ- कानून कोर्स के क्षेत्र में यह भारत की सबसे लोकप्रिय डिग्री है। वहीं बी बी ए-एल एल बी करें तो यह मैनेजमेंट और मुख्य कानून विषयों का एक आदर्श मिश्रण है। जो बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ साथ कानूनी विषयों में पारंगत बनाती है। ऐसे ही बीएससी एल एल बी के तहत बैचलर आॅफ लेजिस्लेटिव लॉ कोर्स में लीगल मैथड्स, लॉ आफ कॉन्ट्रैक्ट, फेमिली लॉ, बिजनेस लॉ आदि विषयों के साथ फिजिक्स और केमिस्ट्री की मूलभूत अवधारणाओं और औद्योगिक विकास में विज्ञान और तकनीकी का भी अध्ययन किया जाता है।
देश के लगभग सभी सेंट्रल और स्टेट विश्वविद्यालय लॉ का इंटीग्रेटेड कोर्स आफर करते हैं। इनमें प्रमुख विश्वविद्यालय / संस्थान हैं : नेशनल लॉ स्कूल आफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर, नेशनल एकेडमी आफ लीगल स्टडी एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी आफ लॉ, हैदराबाद, डॉ बी आर अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय सोनीपत, हरियाणा, वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी आफ ज्यूरिडिकल साइंसेज, कोलकाता, नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, भोपाल, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर, हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, रायपुर, गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गांधीनगर, डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ, राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी आफ लॉ, पटियाला, महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, मुंबई, हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, शिमला इसके अतिरिक्त स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी आफ कैम्ब्रिज जैसी विदेशी यूनिवर्सिटीज भी लॉ के पाठ्यक्रम / शिक्षा / विशेषज्ञता कोर्स आफर करते हैं।
टीम एबीएन, कोडरमा। झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा जारी परीक्षा परिणाम में रामलखन सिंह यादव इंटर कॉलेज झूमरी तिलैया के छात्र-छात्राओं ने इंटर कला, विज्ञान व वाणिज्य में इस वर्ष परीक्षा में छात्रों के शानदार प्रदर्शन से कॉलेज का कुल परिणाम शत प्रतिशत रहा।
विज्ञान संकाय में 94 प्रतिशत, कला संकाय मे 99 प्रतिशत व वाणिज्य मे 100 प्रतिशत परिणाम रहा। कॉलेज सृष्टि 463 अंक लाकर जिले में प्रथम व राज्य में आठवें स्थान पर रही। इंटर विज्ञान में शानदार प्रदर्शन, जिला टॉप दस में महाविद्यालय की 9 छात्र-छात्राएं।
विज्ञान संकाय में प्रदर्शन शानदार रहा जिलें मे टॉप दस मे महाविद्यालय के 9 छात्र-छात्राएं शामिल हैं जिनमें अजीत पंडित 449 प्राप्त कर दूसरे, शिकू मोदी 445 अंक के साथ चौथे, मुस्कान प्रवीण व अमित साव 444 अंक प्राप्त कर पांचवें पवन यादव व सिमरन कुमारी 441 अंक प्राप्त कर सातवें, अंशु कुमारी 440 अंक प्राप्त कर आठवे सूरज कुमार व मो साजिद 439 अंक प्राप्त कर जिलें मे नौवे स्थान पर रहे। विज्ञान में 647 बच्चे प्रथम श्रेणी मे उत्तरीन हुए।
टॉप दस में चार छात्र-छात्राएं महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन शानदार रहा। जिले में टॉप 10 में महाविद्यालय के चार छात्राएं शामिल हैं, जिनमें सृष्टि कुमारी 463 अंक प्राप्त कर राज्य में आठवां व जिले में पहला स्थान प्राप्त की, तो वहीं ईशा कुमारी 453 अंक के साथ चौथे, शिवांगी कुमारी 447 अंक के साथ छठे, सूरज शर्मा 432 अंक के साथ दसवें स्थान पर रहे। सभी छात्र-छात्राएं पास हुए।
परीक्षा में छात्रों के उम्दा प्रदर्शन पर प्राचार्य डॉ जितेंद्र बहादुर ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि कॉलेज के शिक्षकों व छात्रों के कठिन परिश्रम से हमेशा ही परिणाम बेहतर रहा है। उन्होंने सभी उत्तरीन छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर न केवल अपने अभिभावकों का बल्कि कॉलेज और जिला का भी नाम रौशन किया है।
उन्होंने सभी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। विद्यार्थियों की सफलता पर कॉलेज अध्यक्ष डॉ नीरा यादव, सचिव अजय प्रताप सिंह, उप प्राचार्य प्रो कमलेश कमल, प्रो उमेश प्रसाद सिंह, प्रो आर के गुप्ता, डॉ पी एल यादव, डॉ नीता कुमारी, प्रो एस जोजो, प्रो एस के पटेल, प्रो समसुद्दीन, प्रो दिनेश यादव, प्रो नित्यानंद पांडेय, प्रो पी एन सिन्हा, प्रो उषा कमल, प्रो चंदन कुमार, प्रो सविता कुमारी, प्रो अभिषेक रंजन, प्रो प्रीति कुमारी, मो मोजिब फैज, बालेश्ववर यादव, कोलेश्वरा यादव, विष्णुदेव यादव, विशेश्वर यादव, रामचंद्र यादव, ललन यादव, विजय कुमार यादव, नयन सिंह, राजेश कुमार, सुभाष यादव, राहुल सिंह सहित कॉलेज के सभी कर्मियों ने बधाई दी।
टीम एबीएन, कोडरमा। ग्रिजली कॉलेज आफ एजुकेशन में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ एवं श्री अरबिंदो योगा एंड नॉलेज फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 9 अप्रैल से 29 अप्रैल 2024 तक 30 घंटों का वैल्यू एडेड आनलाइन योगा एंड मेडिटेशन सर्टिफिकेट कोर्स का समापन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक एवं कार्यक्रम समन्वयक सौरभ शर्मा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत कर किया। तत्पश्चात कार्यक्रम में श्री अरबिंदो योगा एंड नॉलेज फाउंडेशन की संस्थापक डॉ इंद्राणी एवं निदेशक डॉ किरण बाला पटेल ने कार्यक्रम में जुड़े सभी प्रतिभागियों सराहना की।
उन्होंने अपने संबोधन ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम व्यक्तित्व विकास के लिए सहायक होते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित महाविद्यालय की उपनिदेशिका डॉ संजीता कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि इस योगा एवं मेडिटेशन कोर्स के द्वारा सभी प्रशिक्षुओं ने योगा एवं मेडिटेशन की विस्तृत जानकारी प्राप्त की है।
इस कोर्स का सभी प्रशिक्षुओं को भविष्य में बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि योग एवं मेडिटेशन हम सभी के जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हम सभी को अपने दैनिक दिनचर्या में इसको अपनाना चाहिए। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या डा मृदुला भगत के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक सौरभ शर्मा ने किया।
इसके पश्चात बीएड सत्र 2023-25 के प्रशिक्षु सोनाली कुमारी, सोनू पंडित एवं सुनील कुमार वर्मा के द्वारा रिपोर्ट प्रेजेंटेशन किया गया। इसी क्रम में प्रशिक्षु शिफा नूरी, रिंकी कुमारी एवं पूनम कुमारी ने अपने अनुभव साझा किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ प्रेम लाल पटेल (अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सक) बैचलर आफ नैचुरोथेरेपी एंड योग विज्ञान, रायपुर, छत्तीसगढ़ ने कहा कि योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है। योग एवं मेडिटेशन सभी को अपने जीवन में अवश्य करना चाहिए।
कार्यक्रम में बीएड सत्र 2023-2025 के प्रशिक्षु अंगुरी खातून, दिलीप साव, इफ्तेकार अंसारी, लक्ष्मण कुमार, महिमा बग्गा, मुकेश दास, राखी कुमारी, रिंकी कुमारी, पुनम कुमारी, नूतन कुमारी, शीतल मोदी, विनीता कुमारी, मो सम्मीउल्ला,राहुल कुमार, सागर कुमार, सीमा जोजो, राहुल मोदी, रेणु कुमारी, सोहित गुप्ता, शीतल कुमारी, गुलाब कुमार, सूरज कुमार, विकास कुमार, सीमा कुमारी वर्मा, सदाकत अंसारी, पुष्पा कुमारी, जितिन कुमार, विनीता बरनवाल, उमा कुमारी राहुल कुमार आदि एवं महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ मनीष कुमार पासवान, मनीष कुमार सिन्हा आदि एवं प्रोजेक्ट निदेशक भूमिका दांगे, फाउंडेशन की सदस्य रुचि एवं बतौर तकनीकी सहायक मोनिका जैन उपस्थिति रही।
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